देहरादून: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा है। उत्तराखंड में UPCL के कमर्चारियों के बाद अब डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।

Doctors holidays cancelled due to Indo-Pak War

राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि अधिकारियों ने स्वास्थ्य ढांचे का निरीक्षण किया है, वर्तमान में उत्तराखंड में 13 जिला अस्पताल, 21 उप-जिला अस्पताल, 79 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 578 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। सरकारी व्यवस्था में 13,000 बिस्तर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि हम गहन देखभाल इकाइयों और वेंटिलेटरों का मूल्यांकन और निजी क्षेत्र में उपलब्ध बिस्तरों का भी आकलन कर रहे हैं। हालांकि, यह केवल तैयारी की सामान्य स्थिति है, चिंता का विषय नहीं है। सरकार ने अस्पतालों की इमारतों की छतों पर लाल रंग में क्रॉस का चिन्ह बनाने का निर्देश दिया है, ताकि उन्हें अस्पताल के रूप में पहचाना जा सके।

कर्मचारियों की छुट्टियाँ रद्द

चिकित्सा शिक्षा के अतिरिक्त निदेशक डॉ. रवींद्र बिष्ट ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं। जबकि जो कर्मचारी उपस्थित नहीं हैं, वे कॉल या स्टैंडबाय पर हैं। उन्होंने बताया है राज्य के ब्लड बैंकों में रक्त का स्टॉक कर लिया गया है। अस्पतालों में जनरेटर चालू कर दिए गए हैं और कोई रूकावट ना आए इसके लिए डीजल बैकअप की त्वरित जाँच की गई है। आपातकालीन स्थिति के लिए वार्ड और आईसीयू की क्षमता को बढ़ा दिया गया है।

संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी निगरानी

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य प्रशासन, सरकारी विभागों और पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है। उन्होंने राज्य के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में मजबूत सुरक्षा और सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चार धाम यात्रा के दौरान सभी तीर्थ स्थलों के यात्रा मार्ग पर सुरक्षा उपाय सक्रिय किए जाने के भी निर्देश दिए हैं।